हरिद्वार : उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने एसआइटी जांच में अभ्यर्थियों के अनुचित साधनों से परीक्षा देने की पुष्टि होने के बाद शुक्रवार को जेई परीक्षा-2021 को निरस्त कर दिया है।

आयोग की ओर से अब इस परीक्षा का नवीन विज्ञापन अप्रैल के अंतिम सप्ताह तक प्रकाशित किया जाएगा। जबकि अगस्त के अंतिम सप्ताह में लिखित परीक्षा प्रस्तावित है। उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की पेपर लीक व नकल के कारण अब तक चार भर्ती परीक्षाएं निरस्त की जा चुकी हैं। जिसमें लेखपाल परीक्षा, पीसीएस मुख्य परीक्षा, वन आरक्षी और सहायक लेखाकार परीक्षा शामिल है।

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने ग्रामीण निर्माण विभाग, सिंचाई, पंचायती राज, लघु सिंचाई, लोनिवि, ऊर्जा और आवास विभागों के कनिष्ठ अभियंताओं के 735 पदों पर भर्ती के लिए सात से 10 मई 2022 तक परीक्षा कराई थी। 31 अगस्त 2022 को परिणाम जारी किया गया था। लिखित परीक्षा में 3853 अभ्यर्थी सफल हुए थे।
आयोग की ओर सफल अभ्यर्थियों के साक्षात्कार की प्रक्रिया चल रही थी, लेकिन आयोग की पटवारी-लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक मामले की जांच के दौरान एसआइटी को जेई और एई परीक्षा में गड़बड़ी का पता चला था।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जांच हुई तो जेई और एई परीक्षा का भी पेपर लीक होने की बात सामने आई। एसआइटी ने जांच में 12 अभ्यर्थियों के अनुचित साधन से परीक्षा में शामिल होने की पुष्टि की। एसआइटी रिपोर्ट के आधार पर राज्य लोक सेवा आयोग की ओर से 10 फरवरी को इन अभ्यर्थियों के नाम सार्वजनिक किए गए थे।

साथ ही, इन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद एसआइटी की जांच में 49 और अभ्यर्थियों के अनुचित साधन से परीक्षा में शामिल होने की पुष्टि हुई। इस पर आयोग की ओर से तीन मार्च को इनके नाम सार्वजनिक करते हुए इन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। अब उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने इस परीक्षा को ही निरस्त कर दिया है।

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के प्रभारी सचिव अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि नवीन विज्ञापन में शासन की ओर से लिए गए निर्णय के अनुपालन में साक्षात्कार व्यवस्था को खत्म किया जाएगा।

साथ ही, पूर्व की राज्य कनिष्ठ अभियंता सेवा परीक्षा 2021 में शामिल ऐसे अभ्यर्थी जो नए विज्ञापन के अनुसार ओवर ऐज हो रहे हैं, उन्हें आयु सीमा में छूट देने का प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है।

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