हल्द्वानी: पर्वतीय क्षेत्रों में बंदरों के आतंक से लोग परेशान हैं। बंदर लोगों के फसलों को भी बर्बाद कर रहे हैं। बंदरों का आतंक इतना है कि लोगों को काटने और उनके सामान पर पर झपट रहे हैं। ऐसा ही मामला नैनीताल जिले के सुयालबाड़ी से सामने आया है, जहां एक उत्पाती बंदर महिला का नोटों से भरा बैग उठा ले गया। जिसके बाद ग्रामीण बंदर के पीछे भागे लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। काफी खोजबीन के बाद महिला का बैग छह दिन बाद मिल गया, जिसके बाद महिला ने राहत की सांस ली।

बताया जा रहा है कि नैनीताल जिले के सिरसा गांव निवासी सरस्वती देवी (85) सुयालबाड़ी नैनीताल-अल्मोड़ा क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक पहुंची थी। जहां आवश्यकता पड़ने पर बुजुर्ग महिला ने पेंशन के 10 हजार रुपये अपने बैंक खाते से निकाले और अपने घर लौटने लगी। बुजुर्ग महिला ने घरेलू सामान के साथ रुपए का थैला भी रखा था। इस दौरान महिला जब सामान लेकर घर के लिए जा रही थी, थकान होने पर आराम करने के लिए एक जगह बैठ गई। तभी एक शरारती बंदर अचानक आया और बुजुर्ग महिला का थैला लेकर भाग गया।

महिला और स्थानीय लोग काफी देर तक बंदर का पीछा करते रहे, लेकिन लोगों के नजरों से बंदर कुछ मिनट में ओझल हो गया। इस दौरान महिला थक हारकर अपने घर लौट गई। कई दिनों तक महिला अपने परिवार वालों के साथ बैग की तलाश करती रही। लेकिन आखिरकार 6 दिन बाद चमत्कार हुआ और महिला का नोटों से भरा बैग जंगल में गिरा मिल गया। जिसमें रुपए सुरक्षित थे, बुजुर्ग महिला यह देख खुश हो गई। महिला का कहना है कि उसको उम्मीद थी कि उसका बैग एक दिन जरूर मिलेगा। फिलहाल इस घटना की चर्चा क्षेत्र में खूब हो रही है।

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