देहरादून : अब रोडवेज बस से भी अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन के लिए जा सकेंगे। मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक में प्रमुख स्थलों से अयोध्या के लिए रोडवेज बस सेवा शुरू करने के निर्देश दिए। परिवहन निगम चार स्थानों से अयोध्या के लिए रोडवेज बस सेवा शुरू करने की तैयारी में जुट गया है।

शुक्रवार को मुख्यमंत्री धामी ने परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक में सभी बस स्टेशनों को स्वच्छ और आधुनिक सुख-सुविधाओं से युक्त बनाने के लिए कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में क्रैश बैरियर और सड़कों के किनारे पौधरोपण किया जाए। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए वाहनों की फिटनेस टेस्टिंग का विशेष ध्यान रखा जाए। वाहन चालकों के प्रशिक्षण और मेडिकल की भी समुचित व्यवस्था की जाए।

कहा, यातायात नियमों के प्रति लोगों को निरंतर जागरूक किया जाए। रोडवेज की बसों के माध्यम से सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं का प्रचार भी किया जाए। जनसुरक्षा की दृष्टि से पर्वतीय क्षेत्रों में पुराने वाहनों की जगह पर नए वाहनों की व्यवस्था की जाए। उन्होंने महत्वपूर्ण स्थलों से अयोध्या के लिए रोडवेज बस सेवा शुरू करने के निर्देश दिए।

इसके तहत परिवहन निगम टनकपुर के अलावा अब हरिद्वार, रामनगर व ऋषिकेश से अयोध्या रोडवेज बस सेवा की तैयारी में जुट गया है। सीएम ने कहा, राज्य में श्रद्धालुओं, पर्यटकों की संख्या में होने वाली बढ़ोतरी को देखते हुए नए बस स्टेशन बन रहे हैं। यहां मूलभूत सुविधाएं बढ़ाई जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि वाहनों पर नंबर प्लेट स्पष्ट दिखें।

कहा, नंबर प्लेट से छेड़खानी करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। उधर, काठगोदाम से अयोध्या सेवा तीन जनवरी से शुरू हुई है, जो काठगोदाम से रात आठ बजे से और हल्द्वानी से रात 8:30 बजे से चलकर सुबह 5:30 बजे लखनऊ पहुंचेगी। वहां से सुबह नौ बजे अयोध्या पहुंच जाएगी। शाम को तीन बजे वापस चलेगी।

इस मौके पर उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण समिति विश्वास डाबर, अपर मुख्य सचिव राधा रतूडी, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव परिवहन अरविंद सिंह ह्यांकी, एमडी उत्तराखंड परिवहन निगम डॉ. आनंद श्रीवास्तव, परिवहन विभाग और परिवहन निगम के अधिकारी उपस्थित रहे।

अफसरों ने बताया, परिवहन निगम की स्थिति में पिछले दो वित्तीय वर्ष में लगातार सुधार हुआ है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में निगम को 29.06 करोड़ रुपये का फायदा हुआ, जबकि इस वित्तीय वर्ष में अभी तक 27 करोड़ का लाभ हुआ है। परिवहन विभाग के राजस्व प्राप्ति में भी पिछले दो वित्तीय वर्ष में लगातार वृद्धि हुई है। 2021-22 में 20.86 प्रतिशत और 2022-23 में 34.52 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस वित्तीय वर्ष में भी अभी तक गत वर्ष की तुलना में 11.20 प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है। ऑनलाइन सुविधाएं बढ़ने से प्रवर्तन संबंधी कार्रवाई में भी तेजी आई है। उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में व्हीकल टेस्टिंग सेंटर के निर्माण के लिए धनराशि जारी की जा चुकी है।

अल्मोड़ा में आईएसबीटी का निर्माण कार्य पूर्ण होने वाला है। परिवहन विभाग 58 सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध करा रहा है। 27 में से 10 स्थानों पर एएनपीआर कैमरे लग चुके हैं। 66,811 वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस लगाई गई हैं। देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार एवं कोटद्वार में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक बनाया गया है, जबकि काशीपुर, अल्मोड़ा, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, रुड़की, हल्द्वानी और रामनगर में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक की कार्रवाई चल रही है। निवेशक सम्मेलन में परिवहन विभाग के साथ 3513 करोड़ के 22 एमओयू हुए हैं।

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