ऋषिकेश: राजाजी टाइगर रिजर्व की चीला रेंज में इंटरसेप्टर वाहन के ट्रायल के दौरान हुए हादसे में लापता वन्य जीव प्रतिपालक का शव चीला नहर से बरामद हो गया है। हादसे की बाद से ही गोताखोर उनकी तलाश में जुटे हुए थे।

सोमवार को चीला बैराज मार्ग पर चीला जल विद्युत गृह के समीप राजाजी टाइगर रिजर्व का इंटरसेप्टर वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। जिसमें चीला की रेंज अधिकारी शैलेश घिल्डियाल तथा उप रेंज अधिकारी प्रमोद ध्यानी सहित चार लोगों की मौत हो गई थी।

इस दुर्घटना में पांच लोग घायल हुए थे, जबकि राजाजी टाइगर रिजर्व की वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी इस हादसे में चीला शक्ति नहर में गिर गई थी, जिसके बाद वह लापता हो गई थी। उनकी तलाश में एसडीआरएफ की टीम गोताखोरों की मदद से तलाश में जुड़े हुए थे।

गुरुवार की सुबह करीब 7:30 बजे एसडीआरएफ के गोताखोरों को वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी का शव चीला जल विद्युत गृह के जलाशय के जाल में फंसा हुआ मिला। शव को बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए एम्स भेजा गया।

चीला पावर हाउस से करीब 100 मीटर आगे ऋषिकेश की ओर अचानक वाहन का पिछला टायर फट जाने से वाहन अनियंत्रित होकर एक पेड़ से टकराने के बाद चीला शक्ति नहर के पैराफीट से जा टकराया था। इस दुर्घटना में चीला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी (रेंजर) शैलेश घिल्डियाल, उप वन क्षेत्राधिकारी (डिप्टी रेंजर) प्रमोद ध्यानी, चालक सैफ अली खान तथा अक्षा ग्रुप दिल्ली के कर्मचारी कुलराज सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि पांच घायलों को एम्स की ट्रामा इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था।

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