देहरादून :देश विदेश के लोगों को जिस पहाड़ी गीत ने थिरकने को मजबूर किया था और हर किसी की जुबां पर बस यही गीत सुनने को मिलता था जी हां हम बात कर रहे हैं तेजी से ट्रेंड में आए कुमाऊंनी गीत गुलाबी शरारा की जिसको यूट्यूब से हटा दिया गया है। यह खबर आपके लिए जितनी चौंकाने वाली है उतनी ही इसके गायक इंद्र आर्य के लिए भी जिन्होंने इस गीत के लिए बहुत मेहनत की थी। इंदर आर्य के सुप्रसिद्ध गीत को कॉपीराइट स्ट्राइक मिलने के बाद से गुलाबी शरारा को यूट्यूब चैनल से हटा दिया गया है। अगर गीत के हटाएं जाने के कारणों पर जाएं तो एक पुराने पहाड़ी गीत से इसकी धुन मिलना बताया जा रहा है। इसके बाद से इंदर आर्या के इस सुप्रसिद्ध गीत को स्ट्राइक दे दी गई। यह भी बताया जा रहा है कि गीत कोई गढ़वाली है और उसकी कुछ धून गुलाबी शरारा से मिलती है।
क्या अपने ही उत्तराखंड के लोग अपने पहाड़ के गायक को उभरता हुआ देखना पसंद नहीं करते हैं? क्या देश विदेश में उत्तराखंड की बोली भाषा का डंका बजाने वाले इस गीत को इस तरह स्ट्राईक देना उचित है। तमाम तरह के सवालों की सोशल मीडिया पर बाढ़ सी आ चुकी है। वहीं गायक इंदर आर्या ने भी गीत को हटाएं जाने पर अपना दुख सोशल मीडिया के माध्यम से बयां किया है कि किस तरह 140 मिलीयन लोगों का प्यार मिट्टी में मिला दिया गया है। उन्होंने इस गीत के लिए दिन रात मेहनत की थी और आज अपने ही लोगो को उनकी देश विदेश में फेम और सफलता नहीं पची।