देहरादून: उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत हमेशा ही सुर्खियों में रहते हैं। वहीं उन्होंने एक वीडियो जारी कर कहा कि “मैं एक सितंबर को बेरोज़गार नौजवानों की व्यथा को समाज और राज्य के नीति नियंताओं के सामने लाने के लिए अपने आवास पर उपवास रखूंगा”।
आज बहुत चिंताजनक समाचार छपा है कि, देश के अंदर लगभग एक करोड़ लोग #नौकरियां खो चुके हैं और #उत्तराखंड के अंदर भी यह…
Posted by Harish Rawat on Thursday, August 20, 2020
फरवरी 2022 में विधानसभा चुनाव…
दरअसल, उत्तराखंड में फरवरी 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में अब राज्य सरकार के खिलाफ रावत बतौर मुखर विपक्ष की तरह सक्रिय हो गए हैं। ऐसे माना जा रहा है कि रावत 2022 का चुनावी रण छोड़ने वाले नहीं है।रावत इस बार पहाड़ की ही सीट पर फोकस कर सकते हैं। हालांकि इस बार चुनाव लड़ने को लेकर उन्होंने अभी तक कोई बात नहीं कही है।
सरकार को तो शराब की दुकानों की चिंता…
वहीं हरिद्वार के ढंडेरा-लक्सर बदहाल मार्ग पर स्वतंत्रता दिवस पर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने बैलगाड़ी तिरंगा यात्रा निकालकर केंद्र और राज्य सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि गड्ढों से पता चल रहा है कि डबल इंजन की सरकार है। बदहाल सड़कों पर जनता मर रही है, लेकिन सरकार को कोई चिंता नहीं है। बेरोजगार परेशान हैं, लेकिन सरकार को तो शराब की दुकानों की चिंता है।