देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून में सूर्यधार जलाशय झील का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि इस झील से क्षेत्र के कई गांवों को ग्रेविटी पेयजल और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा।
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इस झील का नाम आरएसएस व भाजपा के वरिष्ठ नेता गजेंद्र दत्त नैथानी पानी के नाम पर रखा गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सूर्य धार जलाशय का लोकार्पण किया। विभाग ने करीब 64 करोड़ की लागत से सूर्य धार बांध को तैयार किया है जिससे 18 गांवों को पेयजल और सिंचाई उपलब्ध होगी। जनता को समर्पित करते हुए कहा कि इसे पर्यटन के नए डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की योजना है, जिससे यहां पर स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सकें।
बता दें कि इस क्षेत्र में लंबे समय से पेयजल और खेतों की सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता न होने की समस्या रही है। क्षेत्रवासियों की इसी परेशानी को समझते हुए मुख्यमंत्री ने वर्ष 2017 में सत्ता संभालने के साथ ही सूर्यधार में झील बनाने का ऐलान किया था। जो वादा उन्होंने आज पूरा भी कर दिया है। सीएम त्रिवेन्द्र का इस प्रोजेक्ट को लेकर गंभीरता का अंदाजा इसी से लग जा सकता है कि समय-समय पर उनके द्वारा सूर्यधार में निर्माणाधीन झील के निरीक्षण किए जाते रहे। अब रिकार्ड समय में यह झील बनकर तैयार हो गई है।
आज मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत झील को प्रदेश की जनता को समर्पित कर दिया। सरकार का मानना है कि यह झील आने वाले दिनों में देहरादून जिले में नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर भी उभरेगी। यहां पर सरकार की योजना नौकायन के साथ ही लोगों को प्रकृति का दीदार कराने व अन्य पर्यटन गतिविधियां संचालित करने की है। इसके चलते स्थानीय लोगों को स्वरोजगार/स्वरोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे। प्रदेश में के विकास में त्रिवेन्द्र सरकार का यह एक बड़ा कदम है।