हरिद्वार:कोविड के बेतहाशा बढ़ते मामलों के बीच आज महाकुंभ में रामनवमी का पर्व स्नान है। लेकिन तीर्थनगर हरिद्वार में अधिकतर गंगा घाट खाली हैं। बेहद कम संख्या में भक्त स्नान के लिए पहुंच रहे हैं।

बिना पंजीकरण और कोरोना की आरटीपीसीआर निगेटिव जांच रिपोर्ट के श्रद्धालुओं को मेला क्षेत्र में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। वहीं, संक्रमण नियंत्रण के लिए अधिक से अधिक संख्या में यात्रियों की रैंडम कोविड जांच की जा रहा है।

मान्यता के अनुसार, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जन्म का दिन होने के कारण रामनवमी का गंगा स्नान बहुत शुभ और फलदायक माना जाता है। श्रद्धालु शुभ मुहूर्त में गंगा स्नान के साथ दान भी करते हैं। पिछले स्नान पर्वों पर कुंभनगरी में बड़ी संख्या में यात्रियों की भीड़ जुटी थी, लेकिन इस बार बुधवार को स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की संख्या कम है।

मेला प्रशासन और पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपने घरों के आसपास के घाटों पर गंगा स्नान की अपील की है। साथ ही राज्य सीमा और मेला क्षेत्र में यात्रियों की जांच के लिए 70 टीमें लगाई गई हैं। गंगा घाटों पर भी कोरोना के रैंडम एंटीजन जांच के लिए केंद्र बनाए गए हैं।

मंगलवार को स्नान ड्यूटी जारी हो गई। कोविड के खतरे को देखते हुए ड्यूटी पर जवान मास्क के अलावा फेस कवर शील्ड पहने हुए हैं। मेला क्षेत्र को चार सुपर जोन, चार साधारण जोन और 12 सेक्टरों में बांटा गया है।

आईजी कुंभ मेला संजय गुंज्याल ने बताया कि अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को जोन और पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारियों को सेक्टर प्रभारी बनाया है। सुपर जोन में हरकी पैड़ी, भूपतवाला, ज्वालापुर और ऋषिकेश बनाए गए हैं।

साधारण जोन में हरकी पैड़ी पहला जोन बनाया गया है। इसके सेक्टर हरकी पैड़ी व हरिद्वार हैं। दूसरे जोन में भूपतवाला रहेगा, जिसमें सेक्टर भूपतवाला, पंतदीप, भीमगोडा, रोड़ी और नीलधारा है।

तीसरे जोन में ज्वालापुर है, जिसके सेक्टर ज्वालापुर, कनखल और बैरागी हैं। वहीं चौथे जोन में ऋषिकेश सेक्टर है, जिसमें ऋषिकेश व मुनि की रेती हैं। 14 जगहों पर अग्निशमन विभाग की टीमें अग्निशामक उपकरणों और वाहनों के साथ मौजूद हैं।

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