देहरादून :उत्तराखंड अपनी खूबसूरती के साथ-साथ प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी जाना जाता है। यहां हर वह चीज है जो टूरिस्ट चाहता है और तभी उत्तराखंड में पूरे देश से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी सैलानी उत्तराखंड का रुख करते हैं। उत्तराखंड में शुद्ध हवा प्राकृतिक सौंदर्य शुद्ध जल के साथ-साथ तमाम ऐसी चीजें हैं जो पर्यटकों को लुभाती हैं। इस बीच उत्तराखंड से एक बड़ी सुखद भरी खबर है..उत्तराखंड में केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के कांचुलाखर्क और सौरखर्क में अति दुर्लभ जीवों में शामिल कस्तूरी मृग कुलांचे भरते नजर आए। वन प्रभाग के कैमरे में करीब छह कस्तूरी मृग कैद हुए हैं। इस संरक्षित वन क्षेत्र में कस्तूरी मृग की बढ़ती संख्या से वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी उत्साहित हैं।

केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग हिमालयी कस्तूरी मृग के संरक्षण पर विशेष जोर दे रहा है। वन्य जीवों की तस्करी को रोकने के लिए वन विभाग की टीमें संरक्षित वन क्षेत्र में लगातार लंबी दूरी की गश्त करने में लगी हैं। बीते दिनों कांचुलाखर्क और सौरखर्क में वन विभाग की टीमों को कस्तूरी मृग चोपता के सेंचुरी एरिया में चट्टानों पर घूमते हुए दिखाई दिए, जिसे उन्होंने अपने कैमरे में कैद कर लिया।

केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के डीएफओ अमित कंवर ने बताया कि केदारनाथ वन्य जीव अभ्यारण्य का गठन हिमालय कस्तूरी मृग के संरक्षण के लिए किया गया था। कस्तूरी मृग अति दुर्लभ जीवों में शामिल है। हाल ही में कस्तूरी मृग की यहां मौजूदगी देखी गई है। करीब छह कस्तूरी मृग चट्टानी भाग में घूमते दिखे हैं, जो कि इनके संरक्षण को लेकर अच्छा संकेत है। वहीं, चोपता रेंज में भरल भी विचरण करते दिखे।

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