–पहाड़ों में स्वास्थ्य सेवा की बदहाल स्थिति की खुली पोल।

–सरकारी अस्पतालों में बेहत्तर सुविधाएं देने और पर्याप्त चिकित्सक तैनात करने के सरकारी दावों की निकली हवा।

—-स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में एक प्रसव पीड़िता ने तोड़ा दम।।

—मृत बच्चे को जन्म देने के बाद देहरादून ले जाते समय रास्ते में हुई प्रसूता की मौत।

–आखिर कब तक बदहाल स्वास्थ्य सेवा के चलते प्रसव पीडित महिलाए असमय काल के गाल में समाती रहेगी

विकासखण्ड पुरोला मुख्यालय से महज 7 किमी दूर धिवरा गांव की एक प्रसव पीड़ित महिला ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मृत बच्चे को जन्म देकर देहरादून जाते रास्ते मे ही दम तोड़ दिया,जिससे क्षेत्र में शोक की लहर है।।
रविवार रात 2 बजे पुरोला के धिवरा गांव की 26 वर्षीय विनीता देवी पत्नी रजनीश कुमार को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन बरफिया लाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाये जहां अस्पताल में तैनात नर्स व चिकित्सकों ने बडी जद्दो जहद के बाद पेट मे ही मृत बच्चे को किसी प्रकार बाहर निकाल महिला को देहरादून के लिए रेफर कर दिया जिसने देहरादून ले जाते हुए रास्ते मे ही दम तोड़ दिया।। गांव के पूर्व प्रधान राजपाल पंवार और ब्लॉक प्रमुख रीता पंवार ने कहा कि अस्पताल में सुविधाओं के अभाव व महिला रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों के अभाव में क्षेत्र में आज से पहले भी कई मामले सामने आए हैं कई महिलाओं ने अस्पताल में तो कई ने रस्ते में ही दम तोड़ा और कई नवजात बच्चों को भी गंवाना पड़ा जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
यह दुर्घटना पहाड़ों के स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली को दिखाता है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि सुबह करीब 7 बजे अस्पताल से देहरादून जाते हुए महिला ने डामटा के आसपास रास्ते मे ही असहनीय पीड़ा व अधिक रक्तस्राव के चलते दम तोड़ दिया।
सामुदायिक स्वस्थ्यकेन्द्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ0 पंकज कुमार ने कहा कि धिवरा निवासी विनीत देवी रात करीब 2 बजे अस्पताल लायी गयी थी जांच करने पर पता चला कि पेट मे बच्चा मृत है किसी प्रकार से मृत बच्चे को निकाल दिया गया था लेकिन अधिक रक्तस्रव होने के कारण महिला को हायर सेंटर रेफर किया गया था जिसकी जाते हुए रास्ते मे मृत्यु हो गयी है।

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