मंडी : हिमाचल प्रदेश के सरकाघाट मंडल के नवाही में अपने पति को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में पुलिस की गिरफ्त में आई महिला के घर से डाक के तीन बोरे बरामद हुए हैं। आरोपी महिला उषा देवी डाक विभाग में बतौर डाकिया कार्यरत है और बीते करीब 6 वर्षों से डाकघर नबाही में अपनी सेवाएं दे रही थी।
बता दें कि पिछले सप्ताह महिला के पति बेली राम ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी और उसने इसके लिए अपनी पत्नी, उसके प्रेमी और ससुराल वालों को दोषी ठहराया था। मृतक के भाई संजय कुमार की शिकायत पर सरकाघाट थाना पुलिस ने उषा देवी और अन्य लोगों के खिलाफ धारा 306 के तहत मामला दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
मृतक के भाई संजय कुमार ने महिला के कमरे में जाकर जब तलाशी ली तो उसके कमरे से डाक के तीन बोरे बरामद हुए। इन बोरों में बीते करीब 3 सालों की डाक को दबाकर रखा गया था, जिसमें एक हजार से ज्यादा आधार कार्ड, ढ़ाई हज़ार से अधिक स्पीडपोस्ट पत्र, कॉल लेटर्स, एलआईसी रसीद बुकें, चेक बुक्स, कॉलेज और स्कूली छात्रों के प्रमाण पत्र बरामद किए गए हैं। इनमें से बहुत सारे दस्तावेज खराब भी हो चुके हैं।
संजय कुमार अपने अन्य रिश्तेदारों के साथ डाक के इन तीन बोरों के साथ डीसी मंडी अरिंदम चौधरी के पास पहुंचा और न्याय की गुहार लगाई. वहीं, डीसी मंडी ने एसपी मंडी और डाक विभाग के एसएसपी को मामले की जांच के आदेश दिए। संजय कुमार का कहना है कि उसके भाई ने अपनी पत्नी की हरकतों से तंग आकर आत्महत्या की है. इन्होंने आरोपी महिला और उसके प्रेमी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
वहीं, डाक विभाग ने महिला कर्मचारी को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है और उसके खिलाफ विभाग जांच व कार्रवाई भी शुरू कर दी है। जांच पूरी होते ही महिला को नौकरी से बर्खास्त करने की अनुशंसा की जाएगी।