देहरादून: उत्तराखंड परिवहन निगम के संविदा और विशेष श्रेणी कर्मचारियों ने 19 अक्टूबर को प्रदेश व्यापी कार्य बहिष्कार का आह्वान किया है। जिसको देखते हुए परिवहन निगम ने कार्य बहिष्कार करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
परिवहन निगम ने सभी मंडल डिपो को निर्देशित किया है कि अगर कार्य बहिष्कार कर्मचारी करते हैं, तो उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाए। परिवहन निगम ने आदेश जारी करते हुए 19 अक्टूबर को कार्य बहिष्कार करने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध नियमानुसार सेवा से पृथक कार्रवाई करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
बता दें कि राज्य में परिवहन निगम में कार्यरत 1600 संविदा कर्मी सहित लगभग साढे तीन हजार विशेष श्रेणी कर्मचारियों स्थाई नियुक्ति की मांग करते हुए कार्य बहिष्कार का आह्वान किया है। एक तरफ परिवहन निगम में कार्यरत 1600 संविदा कर्मियों की मांग है कि उन्हें स्थाई नियुक्ति दी जाए. वहीं, दूसरी तरफ निगम में कार्यरत विशेष श्रेणी संगठन की मांग है कि उन्हें स्थाई नियुक्ति के मुताबिक एक समान कार्य और एक समान वेतन दिया जाए।
उत्तराखंड परिवहन निगम में 10 साल से अधिक कार्यरत संविदा कर्मियों की लंबे समय से मांग है कि उन्हें परिवहन निगम में स्थाई नियुक्ति दी जाए। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के कार्यकाल में घोषणा की गई थी कि निगम में कार्यरत 5 साल से अधिक समय के संविदा कर्मचारियों को स्थायी नियुक्ति दी जाएगी, लेकिन संविदा कर्मियों के 10 साल से अधिक के कार्यकाल पूरे होने के बावजूद, उन्हें स्थाई नियुक्ति भाजपा और कांग्रेस दोनों ही सरकार नहीं दे पाई है।