देहरादून: बाइस बैटल की तरह बढ़ती पहाड़ पॉलिटिक्स में सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी कांग्रेस में यूपी-उत्तराखंड के मध्य चले आ रहे परिसंपत्ति विवाद पर सियासी कुरुक्षेत्र छिड़ गया है। एक तरह लखनऊ में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद बड़ा दावा कर दिया है कि 21 सालों से दोनों राज्यों के बीच चले आ रहे जितने भी परिसंपत्ति विवाद थे, उन सबका निपटारा कर लिया गया है। दूसरी तरह, विपक्षी कांग्रेस ने आक्रामक होकर धामी के दावे को महज चुनावी बेला में छोड़ा गया नया जुमला करार दिया है। भाजपा जहां इसे ट्रिपल इंजन यानी केन्द्र में मोदी और यूपी में योगी व उत्तराखंड में धामी के रूप में भाजपा सरकार का दम करार देकर अपनी पीठ थपथपा रही वहीं हमलावर कांग्रेस परिसंपत्ति विवाद निपटारे पर सिर्फ जुबानी बयानबाज़ी नहीं बल्कि कागज दिखाने की माँग पर अड़ी है।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने परिसंपत्ति विवाद सुलझा लेने के धामी सरकार के दावे पर काउंटर करते पूछा है कि सरकार बताए कहां सुलझा है विवाद? गोदियाल ने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आए दिन कुछ न कुछ कह रहे हैं, वे तो शुरू में 24 हजार लोगों को सरकारी नौकरियाँ भी दे रहे थे, आज बता दें कितनों को बाँटी अब तक नौकरियाँ? कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उनको उस दिन बहुत अच्छा लगा था जब मुख्यमंत्री धामी ने कहा था कि वे बातें कम और काम ज्यादा करेंगे लेकिन आज हो इसके ठीक उलटा रहा है, मुख्यमंत्री सिर्फ बातें कर रहे हैं काम कुछ हो नहीं रहा।

गोदियाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अगर 20 हजार करोड़ रु की परिसंपत्तियों का विवाद सुलझा दिया तो बताएं कि क्या-क्या सुलझा दिया है? क्या हरिद्वार में अलकनंदा होटल ले लिया उत्तराखंड सरकार ने और अगर हाँ तो कहां है उसका आदेश? क्या वहाँ जो नहर हैं, जो सिंचाई विभाग की परिसंपत्तियाँ हैं वो हमें मिल गई हैं? क्या चंपावत में जो सिंचाई विभाग के अंतर्गत जो उत्तराखंड में जो संपत्तियाँ हैं वह उत्तरप्रदेश को मिल गई हैं।
गोदियाल ने कहा कि चुनाव है इसीलिए भाजपा सरकार बेमतलब की बातें कर रही है। उन्होंने कहा कि ये ठीक वैसा ही है जैसे त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार में सवा लाख करोड़ रुपए के निवेश का दावा किया गया था जो आज जीरो है, परिसंपत्ति विवाद सुलझा लेने का सीएम धामी का दावा भी बिलकुल वैसा ही है। गोदियाल ने कहा कि भाजपा सरकार के दिखाने के दाँत कुछ और हैं और खाने के दाँत कुछ और।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने परिसंपत्ति विवाद सुलझा लेने के धामी सरकार के दावे पर काउंटर करते पूछा है कि सरकार बताए कहां सुलझा है विवाद? गोदियाल ने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आए दिन कुछ न कुछ कह रहे हैं, वे तो शुरू में 24 हजार लोगों को सरकारी नौकरियाँ भी दे रहे थे, आज बता दें कितनों को बाँटी अब तक नौकरियाँ? कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उनको उस दिन बहुत अच्छा लगा था जब मुख्यमंत्री धामी ने कहा था कि वे बातें कम और काम ज्यादा करेंगे लेकिन आज हो इसके ठीक उलटा रहा है, मुख्यमंत्री सिर्फ बातें कर रहे हैं काम कुछ हो नहीं रहा।
गोदियाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अगर 20 हजार करोड़ रु की परिसंपत्तियों का विवाद सुलझा दिया तो बताएं कि क्या-क्या सुलझा दिया है? क्या हरिद्वार में अलकनंदा होटल ले लिया उत्तराखंड सरकार ने और अगर हाँ तो कहां है उसका आदेश? क्या वहाँ जो नहर हैं, जो सिंचाई विभाग की परिसंपत्तियाँ हैं वो हमें मिल गई हैं? क्या चंपावत में जो सिंचाई विभाग के अंतर्गत जो उत्तराखंड में जो संपत्तियाँ हैं वह उत्तरप्रदेश को मिल गई हैं।
गोदियाल ने कहा कि चुनाव है इसीलिए भाजपा सरकार बेमतलब की बातें कर रही है। उन्होंने कहा कि ये ठीक वैसा ही है जैसे त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार में सवा लाख करोड़ रुपए के निवेश का दावा किया गया था जो आज जीरो है, परिसंपत्ति विवाद सुलझा लेने का सीएम धामी का दावा भी बिलकुल वैसा ही है। गोदियाल ने कहा कि भाजपा सरकार के दिखाने के दाँत कुछ और हैं और खाने के दाँत कुछ और।

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