नई टिहरी: सैन्य धाम के लिए निकाली गई शौर्य यात्रा के कारगिल शहीद दिनेश बहुगुणा के गांव खेमड़ा पहुंचने पर स्वजन ने आंगन की मिट्टी देने से इन्कार कर दिया। स्वजन का कहना था कि 20 साल पहले शहीद के नाम से की गई सड़क की घोषणा पूरी की जाए और आंगन की मिट्टी ले जाएं। इसके बाद मिट्टी के लिए गांव पहुंचे सैनिक कल्याण विभाग के कर्मचारी बैरंग लौट गए।

दरअसल, देहरादून में सैन्य धाम का निर्माण होना है। इसके लिए प्रदेशभर में शौर्य यात्रा निकालकर शहीदों के आंगन की मिट्टी एकत्र की जा रही है। इसी क्रम में शनिवार को यात्रा कारगिल शहीद दिनेश बहुगुणा के गांव खेमड़ा पहुंची। लेकिन, शहीद के भतीजे विकास बहुगुणा और ग्रामीणों ने मिट्टी देने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि 20 साल पहले शहीद के नाम से हुई सड़क की घोषणा के बाद से वो लगातार सड़क निर्माण की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन आज तक शहीद का गांव सड़क से नहीं जुड़ पाया है। स्वजन का कहना था कि पहले शहीद के नाम से सड़क बनाई जाए, उसके बाद शहीद के आगन से मिट्टी उठाई जाए। पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि कुछ महीने पहले गाव में सड़क बनाने के लिए टेंडर भी किए गए थे।

इसके बाद ठेकेदारों ने थोड़ा सा काम किया। लेकिन, इसके बाद फिर काम रोक दिया गया। शहीदों के नाम से शासन-प्रशासन कई घोषणाएं करते हैं, लेकिन योजना पूरी हुई या नहीं, यह देखने धरातल पर कोई नहीं आता। इसे लेकर लोनिवि के अधिशासी अभियंता केएस नेगी ने कहा कि खेमड़ा गांव के लिए जहां से सड़क बननी है, वहां ग्रामीणों में सड़क को लेकर विवाद है। इसके चलते ही सड़क निर्माण में देरी हो रही है।

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