वाशिंगटन. वैज्ञानिक पौधों के जरिए तैयार किये गए प्रोटीन से लैस एक ऐसा च्यूइंग गम  विकसित कर रहे हैं, जो सार्स-कोवी-2 वायरस के लिए एक ‘जाल’ का काम करता है और यह कोराना वायरस संक्रमण को घटा देता है। अनुसंधानकर्ताओं ने इस बात का जिक्र किया कि जिन लोगों का टीकाकरण पूरा हो चुका है, वे अब भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं।

अमेरिका स्थित पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के हेनरी डेनियल ने बताया, ‘सार्स-कोवी-2 लार ग्रंथी में प्रतिकृति बनाता है और हम उस वक्त इस बारे में जानते हैं जब कोई संक्रमित व्यक्ति छींकता, खांसता या बोलता है और वह दूसरों में पहुंच जाता है।’  मोलेक्यूलर थेरेपी जर्नल में प्रकाशित अध्ययन का नेतृत्व करने वाले डेनियल ने कहा, ‘यह गम लार में वायरस को न्यूट्रल कर देता है, जो रोग के संक्रमण के स्रोत को संभावित रूप से बंद करने का एक सामान्य तरीका है।’ महामारी से पहले डेनियल उच्च रक्तचाप के लिए एक प्रोटीन हार्मोन का अध्ययन कर रहे थे।

 

उन्होंने प्रयोगशाला में एसीई2 प्रोटीन और कई अन्य प्रोटीन विकसित किये, जिनमें उपचार में उपयोग लाये जाने की क्षमता है। इसके लिए उन्होंने पौधा आधारित उत्पादन प्रणाली का उपयोग किया। अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि एसीई2 का इंजेक्शन गंभीर संक्रमण वाले मरीजों में वायरस की संख्या को घटा सकता है।

च्यूइंग गम का परीक्षण करने के लिए अनुसंधानकर्ताओं की टीम ने पौधों में एसीई2 तैयार किया, उसे अन्य यौगिक के साथ संलग्न किया ताकि वह प्रोटीन के जुड़ने में सहायक हो सके। इसके बाद पौधे की सामग्री को गम टैबलेट में तब्दील किया गया।

बता दें कि दुनियाभर के देश इस वक्त कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर चिंतित हैं। अंतरराष्ट्रीय यात्रा नियम सख्त किए जा रहे हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक डेल्टा वेरिएंट का कोरोना वायरस एक शख्स को होता था। उससे 6-7 लोगों को होता था। लेकिन ओमिक्रॉन में 12 से 18 लोगों को ये फैल रहा है।

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