देहरादून: देहरादून स्थित राजभवन में 33 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। एहतियातन राजभवन को दो दिन के लिए बंद रहेगा। जानकारी के अनुसार, राजभवन में एक कर्मचारी संक्रमित मिला था। मंगलवार को 198 कर्मचारियों की जांच कराई गई, जिसमें 32 अन्य कर्मचारी संक्रमित मिले हैं। अब कुल 33 कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ये सभी संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं। इधर, इतनी बड़ी संख्या में कार्मिकों के संक्रमित मिलने के बाद राजभवन 13 और 14 जनवरी के लिए बंद कर दिया गया है। इस दौरान राजभवन में वृहद स्तर पर सेनेटाइजेशन किया जाएगा। राजभवन के डॉ. एके सिंह ने कर्मचारियों के संक्रमित मिलने की पुष्टि की।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ती ही जा रही है। बुधवार को राज्य में 2915 नए मरीज मिले और तीन संक्रमितों की मौत हो गई। खानपुर विधायक प्रणव सिंह चैंपियन और उनका पुत्र भी संक्रमित पाए गए हैं। जिला महिला अस्पताल में जांच के बाद 12 दिन का नवजात शिशु भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। राज्य में कोरोना संक्रमण की दर 11.29 प्रतिशत के चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई है। इससे पहले राज्य में 26 मई 2021 को 2991 नए मरीज मिले थे। तब के बाद से राज्य में बुधवार को एक दिन में सबसे अधिक मरीज मिले हैं।
स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार बुधवार को देहरादून में सर्वाधिक 1361, नैनीताल में 424, हरिद्वार में 374, यूएस नगर में 217, अल्मोड़ा में 85, बागेश्वर में 34, चमोली में 27, चम्पावत में 119, पौड़ी में 131, पिथौरागढ़ में 70, रुद्रप्रयाग में नौ, टिहरी में 63 और उत्तरकाशी में एक व्यक्ति में कोरोना संक्रमण पाया गया है। एम्स ऋषिकेश में एक, नैनीताल में एक जबकि पौड़ी के कोटद्वार अस्पताल में एक मरीज की मौत हो गई।

इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों की संख्या तीन लाख 57 हजार 219 हो गई है। जबकि अभी तक कुल 7433 मरीजों ने कोरोना संक्रमण के बाद अपनी जान गंवाई है। बुधवार को राज्य के विभिन्न अस्पतालों व होम आईसोलेशन से 1335 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया जिससे एक्टिव मरीजों की संख्या 8018 हो गई है।
संक्रमण दर 11.29 प्रतिशत पहुंची
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण की दर चिंताजनक स्तर से आगे बढ़ गई है। 10 प्रतिशत की संक्रमण दर को चिंताजनक माना जाता है। लेकिन राज्य में बुधवार को संक्रमण की दर 11.29 प्रतिशत रही। राज्य की विभिन्न लैब से 22 हजार 906 सैंपलों की रिपोर्ट आई जबकि 29 हजार 599 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। राज्य में मरीजों के ठीक होने की दर लगातार घटते हुए 93 फीसदी के करीब पहुंच गई है।