देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर चुनाव प्रचार थम गया है। इससे पहले केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कल उत्तराखंड के तीन विधानसभा क्षेत्रों कपकोट, सल्ट और रामनगर में चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार ने पिछले 5 साल में विकास को नई ऊंचाई दी है। नया उत्तराखंड बनाने के लिए प्रदेश की जनता, फिर से बीजेपी को चुनने का मन बना चुकी है।
राजनाथ सिंह चॉपर से कपकोट के केदारेश्वर मैदान में पहुंचे। यहां पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने उनका ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया। जहां केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कपकोट विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी सुरेश गढ़िया के समर्थन में चुनावी सभा की। इस दौरान उन्होंने लोगों से बीजेपी प्रत्याशी को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की।
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी बायपेयी ने उत्तराखंड को विशेष राज्य का दर्जा दिया था। कांग्रेस सरकार ने विशेष दर्जे को हटाकर उत्तराखंड में विकास के कार्य को रोकने का काम किया. साल 2017 में प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बनी तो विकास फिर चल पड़ा।
उन्होंने कहा कि बागेश्वर जिला उनके लिए नया नहीं है, वो पहले भी यहां चुनावी सभा कर चुके हैं। यहां के लोग जानते हैं कि क्षेत्र का विकास कौन कर सकता है? बीजेपी जो कहती है, वो करती है। इसका जीता जागता उदाहरण जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाना है। भारत का मस्तक आज विश्व में ऊंचा हुआ है।
राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ है। वहां भव्य श्रीराम मंदिर बनेगा। प्रदेश में उनकी सरकार दोबारा बनने जा रही है. सरकार बनी तो उत्तराखंड विकास की बुलंदियों को छुएगा। बीजेपी जनता की आंखों में धूल नहीं झोंकती, बल्कि आंखों से आंखे मिलाकर बात करती है। उनकी सराकर ने व्यवस्था परिवर्तन करके दिखाया है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि बिचौलियों से देश को मुक्ति दिलाई है। सेना का मनोबल आज सबसे ऊंचा है. वन रैंक, वन पेंशन की व्यवस्था भी उनकी सरकार ने की है। साल 1971 से यह मांग चल रही थी, लेकिन किसी ने भी पूर्व सैनिकों की सुध नहीं ली।
हम 3 मुख्यमंत्री बदले या 30, कांग्रेस को पीड़ा क्यों…
वहीं, कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि हम प्रदेश में 3 मुख्यमंत्री बदले या 30 मुख्यमंत्री बदले, कांग्रेस को पीड़ा क्यों होती है। मुख्यमंत्रियों के बदलने से जनता को मतलब नहीं होना चाहिए, जनता को मतलब होने चाहिए विकास से और हम विकास कर रहे हैं।