देहरादून: कर्नल कोठियाल को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर 2022 के चुनाव में बुरी तरह हारी आम आदमी पार्टी ने अब दोबारा से भाजपा कांग्रेस में सेंधमारी कर अपने संगठन को मजबूत करना शुरू कर दिया है

करण माहरा के कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद से लगातार खफा चल रहे कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट को जब कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनने की भी संभावना नजर नहीं आई तो उन्होंने आज अपने बेटे के साथ आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया ।

जोत सिंह बिष्ट दो बार कांग्रेस से और एक बार निर्दलीय विधानसभा का चुनाव लड़े लेकिन कभी जीत नहीं पाए 2022 के चुनाव में जोत सिंह बिष्ट के लिए सबसे अनुकूलित स्थिति थी जब भाजपा से बगावत कर महावीर रांगड मैदान में थे इसके बावजूद जोत सिंह बिष्ट प्रीतम सिंह पंवार से चुनाव हार गए
2012 में हुए महावीर रांगड से हारे थे और उत्तर प्रदेश के दौरान लाखीराम जोशी से चुनाव हार गए थे ।

आम आदमी पार्टी के सूत्रों के अनुसार जोत सिंह बिष्ट आने वाले वक्त में लोकसभा चुनाव के बाद दीपक बाली की जगह पार्टी की कमान संभालेंगे हुए जिन्हें कुछ दिन पहले ही आम आदमी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है।

जोत सिंह बिष्ट और दीपक बाली के बीच किस प्रकार आम आदमी पार्टी की राजनीति पटरी पर आएगी यह तो भविष्य के गर्भ में है। किंतु जिस दिन दीपक बाली आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए उस दिन कर्नल अजय कोठियाल कार्यक्रम से गायब थे।


दीपक बाली की नेतृत्व क्षमता पर उसी दिन सवाल खड़े होने लगे थे कि आखिरकार कर्नल कोठियाल कार्यक्रम में क्यों नहीं है यही नहीं गढ़वाल क्षेत्र की 31 विधानसभाओं में से पार्टी प्रत्याशी रहे 22 लोग भी दीपक बाली के प्रदेश अध्यक्ष बनने के कार्यक्रम में नहीं आए जोत सिंह बिष्ट को लोकसभा चुनाव के बाद आम आदमी पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाने की बात सामने आ रही है।

आम आदमी पार्टी जानती है कि 2024 के चुनाव में उसे उत्तराखंड में कुछ हासिल नहीं होना है लेकिन पंचायत चुनाव और निकाय चुनाव के लिए जोत सिंह बिष्ट जैसे कुछ और लोगों को जोड़कर 2027 की राजनीति के लिए संभावनाएं ढूंढी जा सकती है जो सिंह बिष्ट के पास तात्कालिक रूप से जो काम आम आदमी पार्टी की ओर से प्रदेश भर में कांग्रेस के असंतुष्ट को आम आदमी पार्टी में शामिल करना बताया जा रहा है जोत सिंह बिष्ट कितने असंतुष्ट कांग्रेसियों को आम आदमी पार्टी में लाते हैं इस पर भी सबकी निगाह रहेंगी इसके अलावा उनके बेटे हिम्मत सिंह बिष्ट को आम आदमी पार्टी की ओर से प्रदेश प्रवक्ता बनाने की बात भी सामने आ रही है।

जिस धनोल्टी से जोत सिंह बिष्ट कांग्रेस के सिंबल पर दूसरे नंबर पर रहे वहां आम आदमी पार्टी को सिर्फ 18 सौ वोट पड़े ऐसे में उस विधानसभा में जोत सिंह बिष्ट किस प्रकार तारतम्य बनाएंगे इस पर भी सबकी निगाह रहेंगे बहरहाल कर्नल कोठियाल जैसे बड़े चेहरे को आगे कर फ्लॉप हुई आम आदमी पार्टी जोत सिंह बिष्ट के बाद और किन लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करा पाएगी इस पर सबकी निगाहें रहेंगी ।

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