देहरादून: चारधाम यात्रा के गति पकड़ने के साथ श्रद्धालुओं के पंजीकरण की व्यवस्था में भी तेजी के साथ सुधार हुआ है। श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण करने वाली कंपनी ने सुविधाओं का विस्तार किया है। विभिन्न धामों के लिए अब तक 765327 श्रद्धालु अपना पंजीकरण करा चुके हैं।
केदारनाथ धाम के लिए ढाई लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया। अक्षय तृतीया के दिन मंगलवार को श्री यमुनोत्री और श्री गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ चारधाम यात्रा शुरू हो गई थी। शुक्रवार को श्री केदारनाथ धाम के कपाट भी विधि विधान से श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं रविवार को श्री बदरीनाथ धाम के भी कपाट खुल जाएंगे।
22 मई को श्री हेमकुंड साहिब धाम के भी कपाट खुलने वाले हैं। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से इस वर्ष एथिक्स इंफोटेक कंपनी को यात्रियों के पंजीकरण का काम सौंपा गया है वेबसाइट https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ के जरिये आनलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है।
वेबसाइट का ज्यादा प्रचार प्रसार नहीं होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु ऋषिकेश केंद्र में आफलाइन पंजीकरण कराने पहुंच रहे हैं। पिछले तीन दिन पंजीकरण केंद्र में संसाधनों की कमी और अत्यधिक भीड़ के कारण श्रद्धालुओं को काफी परेशानी उठानी पड़ी। जिसकी शिकायत उन्होंने जिलाधिकारी देहरादून के समक्ष भी की थी।
कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रेम अनंत ने बताया कि पंजीकरण व्यवस्था में सुधार किया है। कंपनी के मुताबिक आफलाइन पंजीकरण के लिए सर्वर की गति का कोई असर नहीं पड़ता है। आज तक अत्यधिक भीड़ के लिए संसाधनों की कमी के कारण परेशानी आ रही थी।
आफलाइन पंजीकरण के लिए यहां आठ काउंटर खोले गए थे, जिनकी संख्या बढ़ाकर 12 कर दी गई है। इसके अतिरिक्त भीड़ के बीच जाकर कर्मचारी श्रद्धालुओं का पंजीकरण कर रहे हैं। इसके लिए आठ डिवाइस उपलब्ध कराई गई है।
कंपनी प्रोजेक्ट मैनेजर के मुताबिक शुक्रवार की शाम तक कुल 765327 श्रद्धालु अपना पंजीकरण करा चुके हैं। श्री यमुनोत्री धाम के लिए 136636, श्री गंगोत्री धाम के लिए 138987, श्री केदारनाथ धाम के लिए 263829, श्री बदरीनाथ धाम के लिए 218998 और श्री हेमकुंड साहिब धाम के लिए 6877 श्रद्धालुओं ने अपना पंजीकरण कराया।