नैनीताल: नैनीताल जिले के कालाढूंगी में तैनात सिपाही पर फर्जी दस्तावेज लगाकर भर्ती होने का मामला सामने आया है। खटीमा के रहने वाले शिकायतकर्ता का आरोप था कि आरोपी सिपाही ने शैक्षिक दस्तावेजों में नाम बदलकर विभाग को धोखा दिया और राज्य गठन से पहले भर्ती होकर कई साल नौकरी कर चुका है। मुकदमा पंजीकृत होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार, ग्राम बंडिया खटीमा निवासी चंद्रप्रकाश ने निदेशक सतर्कता मुख्यालय देहरादून को वर्ष 2021 में भेजे शिकायती पत्र में कहा कि नैनीताल जिले के कालाढूंगी में तैनात सिपाही राजीव कुमार का वास्तविक नाम सत्यपाल है। आरोप था कि ग्राम वीरेंद्रनगर गोठा सितारगंज निवासी सत्यपाल वर्ष 1990 में राजकीय इंटर कॉलेज सितारगंज से हाईस्कूल की परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो गया था।

उसका विद्यालय का एसआर नंबर 2115 है। बाद में सत्यपाल ने राजीव कुमार नाम से दस्तावेज तैयार करवाये और इसी नाम के दूसरे शख्स के शैक्षिक अभिलेखों के सहारे राज्य गठन से पहले ही पुलिस में भर्ती हो गया और 22 वर्ष से नौकरी कर रहा है। चंद्रपाल का शिकायती पत्र मिलते ही सतर्कता विभाग ने अपनी तफ्तीश शुरू कर दी।

और जांच में लगाए गए आरोपों की पुष्टि होने के बाद आरोपी सिपाही पर मुकदमा दर्ज करने के लिए ऊधमसिंहनगर पुलिस को आदेशित किया। इसके बाद कालाढूंगी में तैनात सिपाही के विरुद्ध थाना पंतनगर में सिपाही सत्यपाल उर्फ राजीव कुमार पर धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया।

कालाढूंगी में तैनात सिपाही राजीव कुमार पर शैक्षिक दस्तावेजों में नाम बदलकर पुलिस में भर्ती होने का शिकायती पत्र सतर्कता निदेशक मुख्यालय को मिला था। सतर्कता विभाग ने जांच के बाद मुकदमा दर्ज करने की संस्तुति की थी। पंतनगर थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
मंजूनाथ टीसी, एसएसपी, ऊधमसिंह नगर

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here