देहरादून: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरु सत्यप्रसाद बड़थ्वाल के गांव सिमालू में आज तक सड़क नहीं पहुंची है। ग्रामीणों को पगडंडी के सहारे पैदल ही बाहर आना-जाना पड़ता है। गांव तक सड़क बनाने के लिए सत्यप्रसाद शासन-प्रशासन के कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका है।

पौड़ी जिले के द्वारीखाल ब्लॉक अंतर्गत ऋषिकेश-बदरीनाथ पैदल मार्ग पर सिमालू गांव है। गांव में करीब 10 परिवार हैं। वर्ष 2006 में लोक निर्माण विभाग श्रीनगर ने कौडियाला-ब्यासघाट रोड का सर्वे किया था। सर्वे के दौरान सड़क को सिमालू गांव होते हुए महादेवचट्टी तक लाने की योजना थी लेकिन राजनीतिक कारणों से यह सड़क सिमालू के बजाय दाबड़ गांव की ओर मुड़ गई। जिससे यह गांव आज भी सड़क सुविधा से वंचित है।

सिमालू गदेरे से डोबरासैंण तक करीब एक किमी सड़क का निर्माण होना था। जो अभी तक अधर में लटका हुआ है। योगी के गुरु सत्य प्रसाद बड़थ्वाल ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2006 में लोक निर्माण विभाग श्रीनगर के तत्कालीन अधिशासी अभियंता से सड़क निर्माण को लेकर पत्राचार किया था।

वर्ष 2018 और 2019 में प्रधानमंत्री कार्यालय को भी पत्र भेजा था। 14 जुलाई 2018 को राज्य के मुख्य सचिव को सड़क निर्माण को लेकर आदेश जारी किए गए थे। करीब चार वर्ष का समय बीत गया है, लेकिन आज तक सड़क का निर्माण नहीं हुआ।

बीती 3 मई को यमकेश्वर ब्लॉक के बिथ्याणी में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने गुरुजनों को सम्मानित किया था। जिनमें सत्य प्रसाद बड़थ्वाल भी शामिल थे। मुलाकात के दौरान गुरु ने अपने शिष्य के सामने दो समस्याएं रखी, जिसमें सिमालू गांव में सड़क निर्माण और दूसरा सिंगटाली मोटर पुल का जल्द निर्माण कराने की गुहार लगाई थी।

मामला संज्ञान में नहीं है। यदि ऐसा है तो संबंधित कर्मचारी से इसकी जांच कर जानकारी जुटाई जाएगी। उसके बाद ही आगे की कार्यवाही होगी।

प्रेम सिंह बिष्ट, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग लैंसडौन 

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