Mukesh prasad bahuguna teacher

संतों,
मैं देख रिया हूँ कि कतिपय गुरुजन लोग दो सौ तीस रुपये मात्र में झण्डा बेचने के आदेश को लेकर मामा जी के बापश्री, अर्थात नाना किस्म की बातें लिख रहे हैं l

अपुन ने इस आदेश को एक नहीं, दो नहीं, तीन या चार भी नहीं, बल्कि पूरे 12,880 बार ( 230 गुणा 56 ) बार पढ़ा और पाया कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है , क्योंकि –

1. किसी जमाने में देशभक्ति साबित करने के लिए लोगों को बड़े बड़े कष्ट सहने होते थे, मसलन, जेल जाना , पुलिस की मार खाना, शहीद हो जाना, आदि आदि l किंतु ये पहली बार हो रहा है कि मात्र 230 रुपये , यानि कि महज 2.87 डालर मात्र की तुच्छ रकम में हम अब घर बैठे देशभक्त होने का लाभ ले सकते हैं l यही तो असल मास्टर स्ट्रोक है, जो आप लोग समझ ही नहीं रहे l

2. याद रखिये आपको सिर्फ झण्डा खरीदना है, डण्डा स्कीम के तहत बिल्कुल मुफ्त मिलेगा l झंडा तो सिर्फ एक दिन काम आयेगा, किंतु डण्डा हर वक़्त काम आयेगा l जब घर घर में डण्डा होगा, तो निसंदेह बच्चा बच्चा लट्ठधारी होगा… फिर सुरक्षा तगड़ी और चोखी होगी l मेरा सुझाव है कि घर में एक मात्र लठ्ठ होने से लठ्ठ के प्रयोग में दिक्कत आयेगी, गृह युद्ध हो सकता है, अतः घर में सद्भावना बनाये रखने के लिए झण्डा भले ही एक हो, लट्ठ परिवार के हर सदस्य के हिसाब से मिलना चाहिए l पुरुषों के लिए भगवा रंग का लठ्ठ हो और महिलाओं के लिए पिंक या उनकी पसंद का कोई भी रंग l

अतः हे संतों, मैं इस आदेश की भूरि भूरि ( लट्ठ मिलते ही लाल या नीली सराहना करने वालों से सख्ती से निपट लूंगा) सराहना करता हूँ और मांग करता हूँ कि

1.झंडे पर सौ फ़ीसदी जीएसटी भी लगाया जाय l

2.चूंकि लठ्ठ आगे चल कर बहुत से लोगों की सेवा भी करेगा , अतः लठ्ठ पर सेवा कर लगाना ही चाहिए l वैसे भी मुफ्त की किसी भी योजना के मैं बचपन से सख्त खिलाफ रहा हूँ l

3. लठ्ठ पर एक चिप भी लगे, जो इस बात को रिकार्ड कर सके कि लठ्ठ से सेवा कितनी बार दी जा रही है… हर सेवा पर कर लगाना उचित रहेगा , सेवा कर खाते से स्वतः ही कट जाए ( फास्ट टैग वाला फार्मूला भी आजमाया जा सकता है, बिना रिचार्ज के लट्ठ सेवा का लेन देन करने वालों से डबल वसूला जाये l

अंत में हे संतों, मैं उन सभी मास्टरों की ( जिन्हे इस मास्टर स्ट्रोक से स्ट्रोक लग रिया है) अत्यन्त से भी बहुत अधिक ज्यादा वाली सख्त कड़ी निंदा करता हूँ ,जो इस मास्टर स्ट्रोक की आलोचना कर रहे हैं ,उन्हें तत्काल प्रभाव से प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाय … काश लट्ठ एडवांस में मिल जाता तो मैं ऐसे कुछ दुष्ट मास्टरों की सेवा कर देता…. कसम से l

जय हिंद, भारत माता की जय, हर हर डण्डा घर घर डण्डा

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