गैरसैंणः उत्तराखंड का जवान रुचिन सिंह रावत जम्मू कश्मीर के राजौरी सेक्टर में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए।जवान रुचिन रावत मूल रूप से चमोली जिले के गैरसैंण का रहने वाले थे। वो भारतीय सेना के 9 पैरा कमांडो में तैनात थे। रुचिन रावत के शहीद होने की खबर से गैरसैंण समेत उत्तराखंड में शोक की लहर है।

जानकारी के मुताबिक, चमोली जिले के गैरसैंण के कुनीगाड़ गांव को रुचिन सिंह रावत (उम्र 29 वर्ष) आज जम्मू कश्मीर के राजौरी सेक्टर में मुठभेड़ के दौरान देश के लिए शहीद हो गए। रुचिन रावत के शहीद होने की सूचना पर उनके पैतृक गांव कुनीगाड़ में मातम छा गया है। गांव में उनके माता पिता का रो रोकर बुरा हाल है।
जवान रुचिन रावत अपने पीछे अपनी पत्नी एक बेटा, बूढ़े माता पिता समेत छोटे भाई और दादा दादी को छोड़ गए हैं। रुचिन का छोटा भाई विवेक रावत भी भारतीय नौ सेना में तैनात हैं। रुचिन अपनी पत्नी और बच्चे के साथ उधमपुर यूनिट में तैनात थे। गांव के लोग शहीद के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे हैं।

बता दें कि आज जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के भाटा धूरियन के तोता गली इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में एक आईईडी ब्लास्ट में पांच जवान शहीद हो गए। जबकि, एक अधिकारी समेत चार अन्य सैनिक घायल हो गए। घायल जवानों को उधमपुर के कमांड अस्पताल ले जाया गया है।

आतंकियों के साथ मुठभेड़ के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले पांच जवानों में रुचिन सिंह रावत, गैरसैंण ( उत्तराखंड), सिद्धांत क्षेत्री, दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल), अरविंद कुमार, कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश), नीलम सिंह (जम्मू एंड कश्मीर) और प्रमोद नेगी (हिमाचल प्रदेश) शामिल हैं।

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