अल्मोड़ा: संदिग्ध परिस्थितियों में मां समेत दो पुत्र और एक पुत्री की अचानक तबीयत बिगड़ गई। अस्पताल लाने तक पुत्री की मौत हो गई, जबकि मां और दोनों पुत्रों को आईसीयू में भर्ती किया गया है। मामले में फूड पॉइजनिंग की आशंका जताई जा रही है, लेकिन स्थिति साफ नहीं होने से मामला संदिग्ध बना है।

लमगड़ा ब्लाक के उड्यूड़ा निवासी हरीश राम दन्यां में रहकर मजदूरी करते हैं। जबकि उनकी पत्नी जगुली देवी (36), पुत्री पायल आर्या (15), पुत्र गोकुल कुमार (13) और मयंक कुमार (11) उड्यूड़ा में रहते हैं। सोमवार की देर रात बच्चों ने भोजन किया और सो गए थे। मंगलवार की सुबह काफी देर तक उनका घर बंद था।

पड़ोसियों ने चिंता जताते हुए दरवाजा खटखटाया। दरवाजा नहीं खुला तो पड़ोसियों ने उसे तोड़ दिया। अंदर गए तो चारों बेसुध पड़े थे। पड़ोसी चारों को लेकर बेस अस्पताल पहुंचे। अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने पायल को मृत घोषित कर दिया।

बालिका की अस्पताल पहुंचने से पहले मौत हो चुकी थी। अन्य सदस्यों को भर्ती किया गया, उनकी हालत ठीक है। उनका उपचार चल रहा है।

प्रो. अशोक कुमार, एमएस मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा

वहीं माता को आईसीयू और बच्चों को आईसीयू में भर्ती किया गया। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम करवाया, जिसके बाद शव स्वजनों के सुपुर्द कर दिया गया। परिवार के सभी सदस्यों के अचानक बीमार पड़ने और एक बालिका की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, फूड पॉइजनिंग की आशंका जताई जा रही है।

एक ही परिवार के चार सदस्यों कीअचानक हालत बिगड़ना और बच्ची की मौत होने की घटना कई सवाल छोड़ गई है। मजदूरी के सिलसिले से घर से दूर रहने वाले पिता को छोड़ अन्य सभी लोग बीमार पड़े। तीन लोग अस्पताल में भर्ती हैं, तो एक जान गंवा चुकी है। बताया जा रहा है कि परिवार के सदस्यों ने अंडा खाया और दूध पीया, लेकिन इससे फूड प्वाइजनिंग होने की बहुत कम संभावना है। ऐसे में अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट ही मौत का राज खोल सकेगी।

पोस्टमार्टम के बाद बालिका का शव स्वजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही मौत के असल कारणों की पुष्टि हो सकेगी।

अरुण कुमार, कोतवाल अल्मोड़ा।

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