देहरादून :प्रदेश के मदरसों का कायाकल्प होने जा रहा है। मदरसों में अब एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम के साथ-साथ इनको हाईटेक करने की कवायत शुरू हो चुकी है। वही मदरसों में अब संस्कृत भाषा भी पढ़ाई जाएगी। इस बात की जानकारी वक्त बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने दी है। शादाब शम्स द्वारा दिए गए बयान पर प्रदेश में सियासत भी शुरू हो गई है।

वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने प्रतिक्रिया दी है। कहा कि यह कदम स्वागत योग्य है, लेकिन वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स बीजेपी के बड़े नेताओं पर पॉलिश लगा रहे हैं इसलिए वह इस तरह की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नरसिम्हा राव 28 भाषाओं के ज्ञाता थे जबकि नारायण तिवारी भी 9 भाषाओं को जानते थे। उन्होंने कहा कि यदि इस तरह की व्यवस्था बनती है तो बच्चों का बौद्धिक विकास होगा।

मदरसों में पढ़ाएंगे संस्कृत

वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने कहा कि चार मदरसों को हाईटेक करने जा रहा है जिसमे हरिद्वार, देहरादून, उधम सिंह नगर और नैनीताल को चयनित कर लिया गया है। जिसमें एनसीईआरटी के सिलेबस को पढ़ाने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। जिसमें सीबीएसई के पैटर्न को लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम मदरसों के अंदर संस्कृत और अरबिक भी पढ़ाएंगे। कहां की संस्कृत एक भाषा है जिसको पढ़ने में किसी को कोई गुरेज नहीं होना चाहिए।

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