पटना: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी गुरुवार को आनंद विहार आईएसबीटी का दौरा किया। यहां पर उन्होंने कुलियों से बातचीत की। वर्दी पहनकर सामान भी उठाया। इसके बाद से ही चर्चाओं का बाजार गर्म है। राहुल गांधी की चर्चा के बीच पटना का एक वकील भी चर्चा में आ गया है। चर्चा हो भी क्यों नहीं, ‘खास’ आदमी की तरह उसकी सुरक्षा में दो-दो बॉडीगार्ड हमेशा रहते हैं। पटना जंक्शन पर लोगों का बोझ उठाने वाले इस कुली का नाम धर्मा है। वह बिहार के भोजपुर जिले का रहने वाला है। धर्मा 1989 से पटना जंक्शन पर कुली का काम कर रहा है।

धर्मा कुली के साथ हर वक्त आगे-पीछे हथियार से लैस दो-दो पुलिस के जवना रहते हैं। धर्मा कुली माथे पर लोगों का सामान लेकर चलता है तो आगे और पीछे, दोनों बॉडीगार्ड तैनात रहते हैं। धर्मा कुली हर दिन 500 रुपये के करीब कमाता है। ऐसे में आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि 500 रुपये कमाने वाला कुली दो-दो बॉडीगार्ड कैसे मेंटेन करता है?

दरअसल, 27 अक्टूबर 2013 में पटना के कई स्थानों पर बम विस्फोट हुआ था। तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के सभा में कई विस्फोट हुए थे। गांधी मैदान में विस्फोट होने से पहले पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर पर 10 पर बम फटा था। करीब 9.30 बजे हुए इस विस्फोट में एक शख्स की मौत हो गई थी।

इसी दौरान मौके पर मौजूद धर्मा कुली ने एक भागते आतंकी इम्तियाज को पकड़ लिया। जिस वक्त धर्मा ने आतंकी को पकड़ा था, उस वक्त इम्तियाज अपने कमर में शक्तिशाली बम बांधे हुए था। आत्मघाती आतंकी से पूछताछ चल ही रही थी कि गांधी मैदान में विस्फोट शुरू हो गया।

आतंकी घटना के बाद एनआईए की ओर से धर्मा कुली चश्मदीद गवाह बना। एनआईए ने इस मामले में कुल 9 आंतकी को पकड़ा। बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद धर्मा कुली को आतंकियों से धमकी मिली। इस घटना के बाद साल 2016 में रेलवे ने जीआरपी के एक जवान को बॉडीगार्ड के रूप में दिया। इसके बाद बिहार सरकार ने 2023 में धर्मा को बिहार पुलिस के एक जवान को बॉडीगार्ड के रूप में दे दिया।

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