देहरादून : गिले-शिकवों के बाद आखिरकार कांग्रेस के स्टार प्रचारक पूर्व कैबिनेट मंत्री दिनेश अग्रवाल ने कांग्रेस छोड़ दी। शनिवार को उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। जल्द ही वह कार्यकर्ताओं संग भाजपा का दामन थाम सकते हैं।

दिनेश अग्रवाल 1993 और 1996 में उत्तर प्रदेश के समय देहरादून विधानसभा सीट से चुनाव लड़े, लेकिन हरबंस कपूर से हार गए। राज्य बनने के बाद 2002 व 2007 में लगातार दो चुनाव में उन्होंने लक्ष्मण चौक सीट पर नित्यानंद स्वामी को हराया। फिर 2012 में धर्मपुर विधानसभा सीट पर प्रकाश ध्यानी को हराकर विधायक बने। 2017 के चुनाव में वह भाजपा के विनोद चमोली से हार गए।

इसके बाद 2018 में मेयर नगर निगम का चुनाव भी हार गए। इन दो हार के बाद से दिनेश अग्रवाल पार्टी में तो रहे, लेकिन उनकी भूमिका ज्यादा प्रभावशाली नहीं थी। पिछले कुछ दिनों से उनके बगावती सुर सुनने को मिलने लगे थे। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने उन्हें मनाने की पुरजोर कोशिश की।

इन गिले शिकवों व मान मनौव्वल के बीच कांग्रेस ने उन्हें इस लोकसभा चुनाव में स्टार प्रचारक भी बनाया था। बावजूद इसके शनिवार को उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। अमर उजाला से बातचीत में उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। जब उनसे भाजपा ज्वाइन करने के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, जल्द ही कुछ खबर मिलेगी। बताया जा रहा कि जल्द ही वह कार्यकर्ताओं संग भाजपा ज्वॉइन कर सकते हैं।

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