देहरादून: 8 जनवरी को पाक सीमा से लापता हुए शहीद हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी का पार्थिव शरीर बुधवार देर शाम देहरादून लाया गया। श्रीनगर से विशेष विमान से पार्थिव शरीर को जौलीग्रांट लाया गया। इसके बाद सेना के वाहन से मिलिट्री अस्पताल ले जाया गया। जहां से बृहस्पतिवार सुबह पार्थिव शरीर को उनके आवास पर लाया जाएगा। जहां अंतिम दर्शन के बाद राजेन्द्र नेगी को अंतिम विदाई दी जाएगी और इसके बाद हरिद्वार में सैन्य सम्मान के साथ राजेंद्र नेगी का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
21 मई को सेना ने उन्हें बैटल कैजुल्टी मानते हुए शहीद घोषित…
आपको बता दे कि हवलदार राजेंद्र सिंह नेगी सेना की 11 गढ़वाल राइफल्स में तैनात थे। वह बारामुला के गुलमर्ग इलाके में तैनात थे। आठ जनवरी को ड्यूटी के दौरान एवलांच आने से वह फिसलकर पाकिस्तान की सीमा की तरफ गिर गए थे। सेना ने काफी दिनों तक रेस्क्यू किया लेकिन उनका पता नहीं चल पाया था।
जिसके बाद 21 मई को सेना ने उन्हें बैटल कैजुल्टी मानते हुए शहीद घोषित कर दिया था। आठ माह बाद 15 अगस्त को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने उनका शव बरामद किया था। तब से सेना के श्रीनगर स्थित बेस अस्पताल में रखा गया था। बुधवार शाम सवा पांच बजे उनके पार्थिव शरीर को एयरफोर्स के विशेष विमान से श्रीनगर से लाया गया।