कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा हमला बोला है। राहुल ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी की बनाई त्रासदियों से देश बर्बाद हो रहा है। उन्होंने देश में कोरोना के बढ़ते मामले, गिरती जीडीपी और चीन की घुसपैठ के मुद्दे पर ट्वीट कर पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहराया है।
राहुल ने ट्वीट कर कहा कि कहा कि भारत मोदी मेड डिजास्टर्स (मोदी की बनाई हुई आपदाओं) के बीच फंसा हुआ है। राहुल ने ऐसे 6 मुद्दे गिनाए-
India is reeling under Modi-made disasters:
1. Historic GDP reduction -23.9%
2. Highest Unemployment in 45 yrs
3. 12 Crs job loss
4. Centre not paying States their GST dues
5. Globally highest COVID-19 daily cases and deaths
6. External aggression at our borders— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 2, 2020
- जीडीपी में 23.9% की ऐतिहासिक गिरावट
- 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी
- 1 करोड़ लोगों की नौकरियां गईं
- केंद्र सरकार, राज्यों को उनका बकाया जीएसटी पेमेंट नहीं कर रही
- कोरोना के हर रोज सबसे ज्यादा केस और मौतें
- सीमाओं पर बाहरी घुसपैठ
वहीं इससे पहले राहुल गांधी ने जीडीपी विकास दर में भारी गिरावट को लेकर मंगलवार को सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने दावा था किया कि अर्थव्यवस्था की बर्बादी नोटबंदी से शुरू हुई थी और उसके बाद से एक के बाद एक गलत नीतियां अपनाई गईं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘जीडीपी -23.9 प्रतिशत हो गई। देश की अर्थव्यवस्था की बर्बादी नोटबंदी से शुरू हुई थी। तब से सरकार ने एक के बाद एक ग़लत नीतियों की लाइन लगा दी।’
राहुल के साथ ही पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी एक ट्वीट किया। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘आम आदमी शायद जीडीपी का वित्तीय प्रभाव तो नही जानता, पर यह जरूर समझता है कि नोटबंदी, गलत जीएसटी, देशबंदी के डिजास्टर स्ट्रोक को मास्टर स्ट्रोक बताना सफेद झूठ है।’
इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि ‘छह साल से गिरती अर्थव्यवस्था का इल्जाम ‘भगवान’ पर लगाना अपराध है। इसी अंधेर को आदमी की कमर टूटना कहते हैं।’ आप सभी को हम यह भी बता दें कि इससे पहले कांग्रेस नेता ने 30 अगस्त को एक वीडियो रिलीज किया था। उस वीडियो में कहा गया था कि ‘भारतीय अर्थव्यवस्था 40 वर्षों में पहली बार भारी मंदी में है। असत्याग्रही इसका दोष ईश्वर को दे रहे हैं। नोटबंदी, गलत जीएसटी और लॉकडाउन इन-फॉर्मल इकोनॉमी पर हमले के तीन बड़े उदाहरण हैं।”
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आम आदमी शायद #GDP का वित्तीय प्रभाव तो नही जानता, पर यह जरूर समझता है कि-:• नोटबंदी, ग़लत GST, देशबंदी के डिजास्टर स्ट्रोक को मास्टर स्ट्रोक बताना सफ़ेद झूठ।
• 6 साल से गिरती अर्थव्यवस्था का इल्ज़ाम “भगवान” पर लगाना अपराध है।
इसी अंधेर को आदमी की कमर टूटना कहते हैं। pic.twitter.com/KQvS9spqRV
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 2, 2020