एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां नगालैंड के पूर्व राज्यपाल एवं पूर्व CBI निदेशक और हिमाचल के पूर्व पुलिस महानिदेशक रहे अश्वनी कुमार ने बीती बुधवार को शिमला के ब्रॉकहॉर्स स्थित घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या की वजह का अभी तक स्पष्ठ रूप से पता नहीं चल पाया है।

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जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची डीजीपी संजय कुंडू, आईजी हिमांशु मिश्रा और एसपी मोहित चावला भी तुरंत मौके पर पहुंचे। मौके से पुलिस को सुसाइड नोट भी मिला है उन्होंने सुसाइड नोट में इसके लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है।

अपनी इच्छा से यह जीवन समाप्त कर अगली…

उन्होंने कहा कि सुसाइड नोट में अश्वनी कुमार ने लिखा है कि ” गंभीर बीमारी के चलते वह यह कदम उठा रहे हैं सुसाइड नोट में आगे लिखा है- अपनी इच्छा से यह जीवन समाप्त कर अगली यात्रा पर निकल रहे हैं”।

अश्विनी कुमार अगस्त 2008 से नवंबर 2010 तक सीबीआई के निदेशक भी रहे…

आपको बता दें कि अश्विनी कुमार सीबीआई चीफ रहने से पहले हिमाचल प्रदेश पुलिस के डीजीपी रह चुके थे। यही नहीं, बाद में उन्होंने नागालैंड के राज्यपाल पद का दायित्व भी संभाला। वो कुछ समय तक मणिपुर के भी राज्यपाल रहे थे।अश्विनी कुमार अगस्त 2008 से नवंबर 2010 तक सीबीआई के निदेशक भी रहे थे अश्विनी कुमार अभी शिमला में एक निजी विश्वविद्यालय के कुलपति थे।

सिरमौर के नाहन में जन्मे थे अश्विनी कुमार…

अश्विनी कुमार का जन्म सिरमौर के जिला मुख्यालय नाहन में हुआ था। वह आईपीएस अधिकारी थे और सीबीआई तथा एलीट एसपीजी में विभिन्न पदों पर रहे. अगस्त 2008 से नवंबर 2010 के बीच वह सीबीआई के डायरेक्टर भी रहे थे। अश्विनी कुमार सीबीआई के पहले ऐसे प्रमुख हैं जिन्हें बाद में राज्यपाल बनाया गया था। मार्च 2013 में उन्हें नगालैंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। हालांकि वर्ष 2014 में उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। इसके बाद वह शिमला में एक निजी यूनिवर्सिटी के वीसी भी रहे। अश्विनी कुमार हिमाचल पुलिस के डीजीपी भी रहे।

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