टिहरी: नागालैंड में शहीद हुए पैराशूट रेजीमेंट की 21वीं बटालियन के पैराट्रूपर जवान गौतम लाल का पार्थिव शरीर आज उनके गांव पहुंच गया है। शहीद जवान के अंतिम दर्शन के लिए गांव में भारी भीड़ उमड़ी रही.जैसे ही तिरंगे में लिपटकर शहीद गौतम लाल का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो पूरा गांव रो पड़ा।

इस दौरान पूरा गमगीन हो गया। शहीद गौतम लाल के लिए सभी की आंखों से आंसू निकले तो उनके शहादत पर गर्व भी महसूस कर रहे थे। शहीद के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का तांता लगा रहा।

आज सुबह साढ़े 6 बजे एम्स ऋषिकेश से उनका पार्थिव शरीर सैनिक सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव टिहरी के नौली गांव (हिंसरियाखाल पट्टी) लिए रवाना हुआ था। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने एम्स ऋषिकेश पहुंचकर शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी थी। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि शहीद गौतम लाल का बलिदान को देश कभी नहीं भूल पाएगा। उन्होंने कहा है कि उत्तराखंड को वीरभूमि कहते हैं, जब भी देश को जरूरत होती है। इस धरा के वीर जवानों ने देश की आन, बान और शान के लिए अपने प्राण न्योछावर किए हैं।

उन्होंने कहा कि पूरा देश व प्रदेश शहीद गौतम लाल के परिजनों के साथ है। देश की सीमाओं को सुरक्षित रखने के लिए जब कोई जवान शहीद होता है, तो दुःख तो होता है लेकिन गर्व की अनुभूति होती है कि भारत मां की रक्षा के लिए इस देश का प्रत्येक जवान तत्पर हैं।

बता दें, बीती शाम पैराट्रूपर जवान गौतम लाल (Martyr Gautam Lal) का पार्थिव शरीर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचा था। देरी होने के कारण शहीद का पार्थिव शरीर बीती रात एम्स ऋषिकेश में रखा गया था। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी और देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी ने शहीद गौतम को श्रद्धांजलि दी थी।

बता दें कि नागालैंड में मोन जिले में हुई कथित फायरिंग के दौरान 21वीं बटालियन के पैराट्रूपर जवान गौतम लाल शहीद हो गए थे। शहीद गौतम लाल सहित उनके परिवार में 5 भाई एवं 2 बहनें हैं। गौतम अपने घर के सबसे छोटा थे। गौतम लाल ने इंटर जीजीआईसी हिंसराखाल से किया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here