देहरादून: उत्‍तराखंड में किसके सिर सजेगा ताज और कौन होगा निराश इसका पता चलेगा। आज उत्‍तराखंड विधानसभा चुनाव की मतगणना होगी। बता दें राज्‍य में 14 फरवरी को मतदान हुआ था। 632 प्रत्‍याशियों के भविष्‍य का  फैसला आज होगा।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मतगणना से पहले अपने आवास पर पूजा अर्चना की। उन्होंने कहा कि वह अपनी और पार्टी की जीत के प्रति आश्वस्त हैं। जनता कांग्रेस को बहुमत देगी, एक-दो घंटे में तस्वीर साफ हो जाएगी। 48 के आसपास सीट आएंगी। हमें किसी तरह की चिंता नहीं है।

प्रदेश की सभी 70 विधानसभाओं के लिए 107314 पोस्टल बैलेट प्राप्त हुए हैं। वहीं कुल 166325 पोस्टल बैलेट जारी किए गए हैं। इनमें सर्विस मतदाताओं के 42110, निर्वाचन ड्यूटी में तैनात कार्मिकों के 49264 और 80 वर्ष से अधिक आयु और दिव्यांग मतदाताओं के 15940 पोस्टल बैलेट शामिल हैं।

कर्णप्रयाग, गंगोत्री, थराली, डीडीहाट और पिथौरागढ़ विधानसभा सीटों का परिणाम सबसे देर में आने की संभावना जताई जा रही है। यहां पोस्टल बैलेट के कारण मतगणना में 10 घंटे तक का समय लग सकता है।

 

प्रदेश की 70 सीटों में सबसे पहले परिणाम ज्वालापुर, किच्छा और गदरपुर विधानसभा का आने की संभावना है। यहां मतगणना शुरू होने से तीन घंटे की अवधि में परिणाम आ सकता है।

उत्तरकाशी की तीनों विधानसभा सीट की मतगणना जिला मुख्यालय स्थिति कीर्ति इंटर कालेज में आज होगी। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं।

उत्‍तराखंड में है कुल 70 विधानसभा सीट। इसमें 41 सीट गढ़वाल में तो 29 सीट कुमाऊं मंडल में है

14 फरवरी को हुआ था मतदान

 

24 दिनों का इंतजार खत्म हुआ और अब बस कुछ घंटों में उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा की तस्वीर आपके सामने होगी। गत 14 फरवरी को 632 प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम में कैद हुआ था, जिनमें से सभी 70 सीटों पर मतदाताओं का सबसे अधिक स्नेह पाने वाले एक-एक प्रत्याशी लोकतंत्र के महासमर में विजेता बनकर उभरेंगे।

उत्‍तराखंड इस बार हुआ 65.37 प्रतिशत मतदान

उत्तराखंड के 13 जिलों में कुल 70 विधानसभा सीटों पर मतदाताओं की कुल संख्या 81,72,173 है, इनमें से 53,42,462 यानी 65.37 प्रतिशत ने मतदान किया। यह दोपहर बाद पता चल जाएगा जनता ने किसे चुना।

एक्जिट पोल में भाजपा-कांग्रेस सत्ता के करीब

इस बार मतदान प्रतिशत पिछले चुनाव के लगभग बराबर ही रहा, लिहाजा इस आधार पर परिणाम का आकलन करने वाले भी खामोश हैं। उस पर रही-सही कसर तमाम एक्जिट पोल ने पूरी कर दी, जिनमें भाजपा और कांग्रेस, दोनों को ही सत्ता के करीब बताया गया।

जीत के दावे भाजपा और कांग्रेस, दोनों के ही हैं, मगर यह भी सच है कि पूरी तरह आश्वस्त कोई नहीं दिख रहा। इस बार राज्य की 70 में से 53 विधानसभा सीटों पर पुरुष से अधिक महिला मतदाताओं ने अपने लोकतांत्रिक अधिकार का इस्तेमाल किया, तो उत्सुकता यह भी है कि इसका फायदा किस राजनीतिक दल को मिलने जा रहा है।

2017 में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने बहुमत प्राप्‍त कर सरकार बनाई थी। इस दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्‍यमंत्री बनाया गया था। राज्य की चौथी विधानसभा में 70 सीटों में से भाजपा ने 57, कांग्रेस ने 11 और निर्दलीय प्रत्‍याशियों ने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी।

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