देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी विधानसभा की चम्पावत सीट से ही उप चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों के अनुसार भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने इसके लिए धामी को हरी झंडी दे दी है। धामी ने अपने तीन दिनी दिल्ली दौरे के दौरान इस संबंध में केंद्रीय नेताओं के साथ मंथन किया। वर्तमान में चम्पावत से कैलाश गहतौड़ी भाजपा के विधायक हैं और उन्होंने ही सबसे पहले मुख्यमंत्री के लिए अपनी सीट छोडऩे की पेशकश की थी।

गहतौड़ी दो-तीन दिन में देहरादून पहुंचकर विधानसभा अध्यक्ष को अपना त्यागपत्र सौंपेंगे। उधर, संपर्क करने पर विधायक गहतौड़ी ने कहा कि उनकी तरफ से सीट छोडऩा फाइनल है। अब निर्णय पार्टी संगठन और मुख्यमंत्री को लेना है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री चम्पावत से विधायक होंगे तो क्षेत्र में विकास की बयार बहेगी। मुख्यमंत्री यहां आते हैं तो उनके लिए 10 बार की विधायकी भी कुर्बान होगी।

राज्य के पांचवें विधानसभा चुनाव में भाजपा ने दो-तिहाई बहुमत के साथ 70 सदस्यीय सदन में 47 सीटें हासिल की, लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं खटीमा सीट से चुनाव हार गए। इसके बावजूद भाजपा नेतृत्व ने धामी पर ही विश्वास जताया और उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री पद सौंप दिया।

अब धामी को छह महीने के अंदर विधानसभा की सदस्यता लेनी है। धामी को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर सबसे पहले चम्पावत के भाजपा विधायक कैलाश गहतौड़ी ने उनके लिए अपनी सीट छोडऩे की घोषणा की। इसके बाद भरत चौधरी समेत पार्टी के कुछ अन्य विधायक भी ऐसी पेशकश कर चुके हैं।

न सिर्फ सत्तापक्ष के विधायक, बल्कि हरिद्वार जिले की खानपुर सीट से निर्दलीय उमेश कुमार और फिर कांग्रेस से नाराज चल रहे पिथौरागढ़ जिले की धारचूला सीट के विधायक हरीश धामी ने भी मुख्यमंत्री के लिए सीट छोडऩे की पेशकश की थी। इस सबको देखते हुए मुख्यमंत्री धामी के सामने अपनी सीट के चयन के लिए एक नहीं अनेक विकल्प सामने आ गए।

इस बीच मुख्यमंत्री धामी शनिवार को तीन दिनी दौरे पर दिल्ली पहुंचे। दिल्ली प्रवास के दौरान उन्होंने पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं से भेंट कर अपने उपचुनाव के संबंध में चर्चा की। सूत्रों के अनुसार पार्टी नेतृत्व ने उनके चम्पावत सीट से उप चुनाव लडऩे की सहमति दे दी है। जल्द ही पार्टी इसकी आधिकारिक घोषणा कर सकती है। चम्पावत के भाजपा जिलाध्यक्ष व महामंत्री को इस सिलसिले में देहरादून बुलाया गया है।

उधर, विधायक गहतौड़ी ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी उनके क्षेत्र के हैं। बचपन से उन्हें जानते हैं। वह सक्रिय मोड में काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का उन पर पूरा विश्वास है, जो चुनिंदा व्यक्तियों को ही हासिल होता है। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री धामी चम्पावत का नेतृत्व करेंगे तो स्वाभाविक रूप से इस क्षेत्र का चहुंमुखी विकास होगा।

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