देहरादून: उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने घोषणा की है कि अब सरकारी विद्यालयों में गीता वेद और उपनिषद पढ़ाए जाएंगे शिक्षा मंत्री के इस बयान के बाद पूरे प्रदेश में डॉक्टर धन सिंह रावत एक बार फिर चर्चा में है हालांकि उत्तराखंड मे जो भी शिक्षा मंत्री हुए वह हमेशा ही चर्चा के केंद्र में रहे लेकिन धन सिंह रावत के इस बयान के बाद दुर्गम क्षेत्र के शिक्षक मुकेश प्रसाद भावना ने तीखा व्यंग किया है मुकेश प्रसाद बहुगुणा का कहना है उत्तराखंड में पहले ही शिक्षा व्यवस्था चरमराई हुई है और विषयों को पढ़ाने के लिए पर्याप्त मात्रा में शिक्षक नहीं है ऐसा ही में गीता वेद और उपनिषद बढ़ाने के लिए क्या डॉक्टर धन सिंह रावत भूल के शिक्षकों की ड्यूटी लगाएंगे और वह भी तब जबकि भूगोल के शिक्षकों को पहले मिड डे मील का राशन का हिसाब दुरुस्त करना होगा

मुकेश प्रसाद बहुगुणा ने धन सिंह रावत पर इस प्रकार व्यंग किया है

“साधारण सरकारी विद्यालय के अनुसार विचार तो अत्यंत उत्तम है, और अटल उत्कृष्ट गवर्नमेंट इंटर कालेज की माफिक बोलें तो Idea is great…

वैसे,मैं तो सिर्फ इत्ता पूछना चाह रिया हूँ कि संस्कृत में प्रवक्ता /सहायक अध्यापक पद सृजित भी होंगे या बेचारे भूगोल वाले गुरुजी को ही मिड डे मील से फुर्सत निकाल कर वेद भी पढ़ाना होगा ?

अन्घं तमः प्रविशन्ति ये अविद्याम उपासते ।
ततो भूय इव ते तमो य उ विद्यायाँ रताः ।। ( ईशावास्योपनिषद श्लोक ९ )

अर्थात…

जो अविद्या (कर्म) की उपासना करते हैं, घोर अन्धकार में प्रवेश करते हैं । जो विद्या में रत हैं वे मानो उससे भी अधिक अन्धकार में प्रवेश करते हैं ….”

देखना है कि दुर्गम के शिक्षक मुकेश प्रसाद बहुगुणा पर अब शिक्षा मंत्री क्या बयान देते हैं और कब वेद उपनिषद और गीता का पाठ शुरू होता है

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