देहरादून: गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) के 39 गेस्ट हाउस जल्द ही वाहन चार्जिंग स्टेशन से लैस होंगे। इसके लिए निगम निजी कंपनियों और परिवहन विभाग के साथ समझौता पत्र हस्ताक्षर करने की योजना बना रहा है।
जीएमवीएन की ओर से उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के 93 गेस्ट हाउसों का संचालन किया जा रहा है। जीएमवीएन के एजीएम राकेश सकलानी ने बताया कि 27 गेस्ट हाउस में परिवहन विभाग और 12 में निजी कंपनियों की ओर से चार्जिंग स्टेशन लगाने पर विचार किया जा रहा है।
पर्वतीय क्षेत्रों में चार्जिंग स्टेशन स्थापित होने के बाद बाहर से आने वाले पर्यटक भी इलेक्ट्रिक वाहनों से यात्रा कर सकेंगे। अभी पर्वतीय क्षेत्रों में वाहनों के चार्जिंग की सुविधा न होने के कारण पर्यटकों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सहारा लेना पड़ता है। जिसमें उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
यही नहीं पर्यावरण के लिहाज से अति महत्वपूर्ण उत्तराखंड में चार्जिंग स्टेशनों में इजाफा होने से इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी होगी जिससे वायु प्रदूषण भी घटेगा। राकेश सकलानी ने बताया कि कंपनी की ओर से दो यूनिट के चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे। इससे दोनों यूनिटों पर एक समय पर एक- एक वाहन चार्ज हो जाएगा। इसके बदले में निगम की ओर से कंपनी से डेढ़ रुपये प्रति यूनिट का चार्ज लिया जाएगा।
परिवहन विभाग और निजी कंपनी की ओर से रुद्रप्रयाग, लैंसडौन, गैरसैंण, ऋषिकेश के तीन गेस्ट हाउस, मसूरी, देहरादून, उत्तरकाशी सहित अन्य गेस्ट हाउसों में स्टेशन स्थापित किए जाएंगे।