कृषि बिलों पर चर्चा के दौरान रविवार को राज्यसभा में जो कुछ भी हुआ, सभापति एम. वेंकैया नायडू उससे खासे नाराज दिखे। सरकार ने आठ विपक्षी सदस्यों को मौजूदा सत्र के बाकी समय के लिए निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया। जिसे सदन ने ध्वनिमत से स्वीकार कर लिया। सस्पेंड किए सांसदों में कांग्रेस के तीन, तृणमूल कांग्रेस और सीपीआई (एम) के दो-दो और आम आदमी पार्टी का एक सदस्य शामिल है।
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वहीं संसद के मॉनसून सत्र के आठवें दिन राज्यसभा में आज विपक्षी सांसदों के हंगामे का मुद्दा उठा। कल की घटना पर सभापति ने कहा कि ये राज्यसभा के लिए सबसे खराब दिन था। कुछ सांसदों ने पेपर को फेंका, माइक को तोड़ दिया, रूल बुक को फेंका गया। इस घटना से मैं बेहद दुखी हूं। उपसभापति को धमकी दी गई। उन पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई।
इनको किया गया निलंबित…
- डेरेक ओ’ब्रायन (तृणमूल कांग्रेस)
- संजय सिंह (आम आदमी पार्टी)
- राजू साटव (कांग्रेस)
- केके रागेश (सीपीआई-एम)
- रिपुण बोरा (कांग्रेस)
- डोला सेन (तृणमूल कांग्रेस)
- सैयद नासिर हुसैन (कांग्रेस)
- एलमाराम करीम (सीपीआई-एम)